सगरी मित्र लोगन के राम राम!आजु हमरा बाबूजी के लिखल एगो देवर भउजाई के चिकन मजाक 'बकलोल के बकवास' से हाजिर बा।
भउजी-
कहली भउजी कि ए बबुआ तहरा नीयर,
केतने गदहन के तिगनी नचा दिहनी हम।
देखि ल हमरा चप्पल के तल्ला लला,
केतने छैलन के चानुल बना दिहनी हम।
देवर-
नैन करि टेढ़ झुकि चप्पल देखवले होईबू,
बात तू कहेलू भउजी साँची साँची।
खच्चर के पोंछ नीयर जूड़ा के देखि तोहार,
गदहे नू नाची कि घोड़ा नाची।।
रचनाकार-अनिरुद्ध सिंह 'बकलोल'
ग्राम+पोस्ट- आदमपुर
थाना-रघुनाथपुर
जिला-सीवान,(बिहार)
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