मित्रो!एक मुक्तक" औरत बनाम भद्र नारी "के फर्क पर आधारित है। पढ़िये और सोचिये क्या यह सही है या गलत?टिप्पणी अवश्य दें -
मजबूरी में काम करे ,वो औरत होती है।
सभी जरुरी काम करे,वो औरत होती है।
भद्र नारियाँ केवल भाषण,देती हैं रजधानी में,
मजदूरी का काम करे ,वो औरत होती है।
डॉ मनोज कुमार सिंह
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