वन्दे मातरम्!मित्रो!आज अपने जन्मदिन पर आपको तीन दोहे सादर समर्पित करता हूँ।
धीरे धीरे पा लिया,हुआ नहीं अहसास।
जीवन का पूरा किया,मैंने उम्र पचास।।
गोल्डन जुबली उम्र की,देती है संदेश।
जीवन खुशियों से जियो,मत रख मन में क्लेश।।
लक्ष्य हमारा पूर्ण हो,रहे न कुछ उन्नीस।
मुझको अपना दीजिये,स्नेह और आशीष।।
डॉ मनोज कुमार सिंह
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