मित्रो ! आज आपको एक मुक्तक सादर समर्पित है ........
जिन्दगी के नाम इक ,अभियान लिखना चाहता हूँ | चेतना की रश्मियों से ,ज्ञान लिखना चाहता हूँ | आ सके ठंढी हवा ,लेकर मुहब्बत की सदा , सब दीवारों पे यूँ, रोशनदान लिखना चाहता हूँ |
डॉ मनोज कुमार सिंह
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