आप कुछ भी कहें
साहब का कुत्ता
बहुत ईमानदार कुत्ता है
देखने में भी कुत्ता है
बोलने में भी कुत्ता है
रंग से भी कुत्ता है
ढंग से भी कुत्ता है
कुत्तागिरी
उसकी नस-नस में है
जिसके बदौलत
साहब का पूरा महकमा
उसकी वश में है
वह साधारण कुत्ता नहीं है
साहब का कुत्ता
बहुत ईमानदार कुत्ता है
पूंछ तो जैसे उसकी
हिलती हीं रहती है
जिसके बदौलत उसे
सभी ऐशो आराम की कीमत
मिलती रहती है
फिर भी देखिये
कुत्ता होकर भी कैसा है
कि उसका व्यवहार
बिलकुल आदमी जैसा है
चूँकि वह आदमी के बीच का कुत्ता है
जो साहब के पांव का
खूबसूरत जूता भी है
बहुत ईमानदार कुत्ता है
इतना ईमानदार कुत्ता
मैंने कम देखे हैं
जो अपने खुबसूरत नुकीले दाँत
साहब के पास कृतज्ञा पूर्वक रखे हैं
जिसे साहब कभी-कभी
काली करतूतों के पत्थरों पर
चमकाते हैं
और अपने दंत विहीन मुख में रख
कुतरते रहते हैं विश्वासों की रोटी
जिसे साहब का कुत्ता
सूंघकर ढूढ़ कर लाकर
रख देता है साहब की थाली में
वैसे साहब का कुत्ता प्रेम भी
अनोखा है
मैंने दोनों को कई बार
एक हीं थाली में
,बैठकर खाते देखा है
कभी कुत्ते की तरह
कभी साहब की तरह
जैसे कुत्ता साहब है
साहब कुत्ता है
फिर भी कुत्ता कुत्ता है
साहब साहब है
आप कुछ भी कहें
साहब का कुत्ता
बहुत ईमानदार कुत्ता है
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