वंदे मातरम्!मित्रो!नसरु ने फिर एमनेस्टी इंटरनेशनल के कार्यक्रम में देशद्रोही नक्सलियों का समर्थन कर बता दिया है कि वह असल जीवन में क्या है।एक गीतिका हाजिर है।राष्ट्रवादी सोच के पक्ष में आपका समर्थन सादर अपेक्षित है।
बात ऐसी किया न करो।
बेवहज यूँ डरा न करो।
तुम सियासत करो शौक से,
देश को बस छला न करो।
घर तुम्हारा है जैसे रहो,
दिल में घुट घुट जिया न करो।
मुल्क लट्ठे का कपड़ा नहीं,
फाड़कर फिर सिया न करो।
जिसकी खाया,उसी भूमि के,
ज़ख्म दिल पर दिया न करो।
डॉ मनोज कुमार सिंह
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