पतझर- सा हुआ मौसम, जब से बहार का ,
गुलशन में सारे, फूल और पत्ते उदास हैं |
जब काम से लौटी नहीं माँ ,शाम देर तक ,
अनहोनियों से घर में, बच्चे उदास हैं |
गुलशन में सारे, फूल और पत्ते उदास हैं |
जब काम से लौटी नहीं माँ ,शाम देर तक ,
अनहोनियों से घर में, बच्चे उदास हैं |
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