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जीवन जीने के लिए
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कविता
जीवन जीने के लिए
एक मुट्ठी आकाश
आशा की
और कुछ गज जमीन
भावनाओं की चाहिए
जिस पर चलते हुए
कर सकें प्राप्त
एक सम्यक ,सुरुचि संपन्न
सोच की सीढ़ी
जिसके सहारे चढ़ सके
अनुभूतियों के लत्तर
मन के देह पर
और देख सके
आत्मा का सही स्वरुप
पा सके
अपनी खोयी हुई
अस्मिता की चाँदनी
भ्रम के गुहांधकार से
और भोग सकें
सदेह ईश्वर के संसार को |
जीवन जीने के लिए
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कविता
जीवन जीने के लिए
एक मुट्ठी आकाश
आशा की
और कुछ गज जमीन
भावनाओं की चाहिए
जिस पर चलते हुए
कर सकें प्राप्त
एक सम्यक ,सुरुचि संपन्न
सोच की सीढ़ी
जिसके सहारे चढ़ सके
अनुभूतियों के लत्तर
मन के देह पर
और देख सके
आत्मा का सही स्वरुप
पा सके
अपनी खोयी हुई
अस्मिता की चाँदनी
भ्रम के गुहांधकार से
और भोग सकें
सदेह ईश्वर के संसार को |
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