Tuesday, May 8, 2012

 सपने मेरे जीवन के सब ,साकार कराना हे ईश्वर !
अफसर मुझको शीघ्र बनाना ,शीघ्र बनाना ,हे ईश्वर  !
भ्रमण हेतु सरकारी गाड़ी ,
बीबी के तन महँगी साड़ी,
कुर्सी का हत्था ना छोडू ,नहीं छुड़ाना हे ईश्वर  !
अफसर मुझको शीघ्र बनाना ,शीघ्र बनाना ,हे ईश्वर  !
इन्टरनेट पर चोंच लड़ाऊँ ,
मैक्ड्वेल का पैग चढ़ाऊँ ,
राग-रंग अभिसार नदी में ,मुझे डुबाना हे ईश्वर  !
अफसर मुझको शीघ्र बनाना ,शीघ्र बनाना ,हे ईश्वर  !
बिल्ली पालूं ,कुत्ता पालूं ,
उंगुली पाँचों घी में डालूं ,
छुट्टा चारा चरुं रोज मैं ,मुझे चराना हे ईश्वर ! 
अफसर मुझको शीघ्र बनाना ,शीघ्र बनाना ,हे ईश्वर !
पेट बढ़ेगा ,भूख बढ़ेगी ,
सही कार्य में चूक  बढ़ेगी,
उल्टी चाल चलूँ तो  मेरी, मदद कराना हे ईश्वर !
अफसर मुझको शीघ्र बनाना ,शीघ्र बनाना ,हे ईश्वर !
दूसरों की मैं कमी गिनाऊँ ,
कमी दिखाकर  रौब  जमाऊँ ,
झुकें  रहे सब सम्मुख मेरे, उन्हें झुकाना हे ईश्वर !
अफसर मुझको शीघ्र बनाना ,शीघ्र बनाना ,हे ईश्वर !

No comments:

Post a Comment