[१]
कुत्ते की पूँछ और
आदमी का ईमान
अगर नहीं डुले तो ???
डंडे पड़ते हैं ।
[२]
जब भी वो रखते हैं
अपना हाथ मेरे उपर
मुझे लगता है
की मैं आग हूँ
और वे हाथ सेंक रहे हैं ।
[३]
नफरत की दीवार उठाकर,
जब तक हम बांटे जायेंगे ।
मस्जिद में गाय, सूअर मंदिर में,
तब तक कटे जायेंगे ।।
[४]
चेतना की आग कैसे जिन्दगी गरमाएगी ?
नींद में चलते रहे तो सुबह कैसे आएगी ?
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