[१]
वर्षों से बेचैन उन सवालों का क्या करें ?
देश को बेचने वाले उन दलालों का क्या करें ?
सच शहादत को मजबूर यहाँ ,
मेरे जुबां पर पड़े उन तालों का क्या करें ?
[२]
कुर्सी- कुर्सी खेल रहे हो, लूटपाट के मेले में,
कितनों को बर्बाद किया है, सोंचा कभी अकेले में ?
[३]
मेरे सामने मेरी जैसी ,तेरे सामने तेरी जैसी 1
फिर पीछे से ऐसी तैसी ,देखी हमने कुर्सी ऐसी 11
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