Wednesday, August 28, 2024

वन्देमातरम्!!जय जय जय!!

वंदना/प्रार्थना

जय जय जय जय जय जय जय!!
वन्देमातरम्!!जय जय जय!!
1-
वीणावादिनी, हंसवाहिनी
ज्ञानदायिनी, सरस्वती।
नमन शारदे!हे वागीश्वरी
गिरा ,ज्ञानदा, माँ जगती!
सुर,प्रवाह,लय,ज्ञान,प्राण बन
रचो-बसो माँ नित्य हृदय!!
वन्देमातरम्!!जय जय जय!!
वन्देमातरम्!!जय जय जय!!
2-
सद्विचार बन ,धैर्य त्याग बन
संकल्पित चेतन मन बन।
रग-रग में तुम रहो प्रवाहित,
करो तमस का नित्य दमन।
ममता,करुणा से अभिसिंचित
करना हे माँ!यही विनय!
वन्देमातरम्!!जय जय जय!!
वन्देमातरम्!!जय जय जय!!
3-
शुद्ध आचरण करूँ आमरण
संस्कार ऐसा भर दो।
शिक्षा पा मानव सेवा का
लक्ष्य बने ऐसा वर दो।
पल-पल रहूँ समर्पित हे माँ!
जग जीवन हो मंगलमय।
वन्देमातरम्!!जय जय जय!!
वन्देमातरम्!!जय जय जय!!
4-
सद्विवेक बन,भाव नेक बन
ज्योतित हो अंतर्मन में।
सत्य मार्ग पर अडिग भाव से
सदा चलें हम जीवन में।
नित्य नवोदित ज्ञान-रश्मि का
दें हम जग को अरुणोदय।
वन्देमातरम्!!जय जय जय!!
वन्देमातरम्!!जय जय जय!!

         ●-/डॉ मनोज कुमार सिंह
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